रिश्तों ने तोड़ी मर्यादा: चाचा ने ही कराई नाबालिग भतीजी की शादी, पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

by Real Voice News

 

देवास। रिश्तों की मर्यादा और मानवीय मूल्यों को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक चाचा ने ही अपनी 13 वर्षीय नाबालिग भतीजी का विवाह उसकी माता-पिता की अनुपस्थिति में एक वयस्क व्यक्ति से करा दिया। लेकिन पुलिस की तत्परता से न केवल बालिका को सकुशल बरामद किया गया, बल्कि विवाह कराने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के निर्देशन में चल रहे बालिकाओं की सुरक्षा एवं बाल विवाह रोकथाम हेतु विशेष सतर्कता अभियान के तहत थाना बीएनपी पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है।

कैसे खुला मामला-
4 नवंबर को फरियादिया (बालिका की मां) ने कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान शिकायत दी कि उसकी 13 वर्षीय पुत्री को उसके चाचा और अन्य रिश्तेदारों ने माता-पिता की गैरमौजूदगी में जबरन विवाह करवा दिया। फरियादिया ने बताया कि वह और उसका पति गुजरात में काम पर गए थे, जिसका फायदा उठाकर बालिका का विवाह अजय परिहार नामक युवक से करा दिया गया और उसे अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया।

पुलिस की फुर्ती से बची मासूम की ज़िंदगी-
गंभीर सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) जयवीर सिंह भदौरिया, उप पुलिस अधीक्षक (एलआर) संजय शर्मा, और थाना प्रभारी बीएनपी अमित सोलंकी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की। कुछ ही घंटों में नाबालिग बालिका को सकुशल दस्तयाब किया गया और मुख्य आरोपी चाचा, अजय परिहार सहित अन्य रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया गया।

कानूनी कार्रवाई-
आरोपियों के विरुद्ध धारा 9 एवं 11 बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। पुलिस द्वारा प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई जारी है।

एसपी पुनीत गेहलोद ने कहा, कि नाबालिग बालिकाओं का विवाह एक गंभीर अपराध है। समाज को इस दिशा में जागरूक रहना चाहिए और ऐसे मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।

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