इन दिनों बाजार में आंवला खूब दिखाई दे रहा है। छोटा-सा यह हरा फल देखने में साधारण भले लगे, लेकिन आयुर्वेद में इसे अमृतफल की उपाधि दी गई है। आंवला विटामिन C का सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत माना जाता है और शरीर को अंदर से मजबूत बनाने में इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। आप इसे कच्चा, पका, चूर्ण, मुरब्बा, रस, कैंडी या अचार किसी भी रूप में सेवन कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके फायदे और सही उपयोग की विस्तृत जानकारी।
आंवला क्या है?
आंवला (Indian Gooseberry)आयुर्वेद में त्रिदोषनाशक माना जाता है, यानी यह वात, पित्त और कफ को संतुलित करता है। इसका स्वाद खट्टा होते हुए भी इसमें छह रस (मीठा सहित) पाए जाते हैं।
आंवला खाने के स्वास्थ्य लाभ:
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए: आंवला विटामिन C का अत्यंत समृद्ध स्रोत है। इसका नियमित सेवन वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी और मौसमी बीमारियों से बचाता है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है: आंवला कब्ज, एसिडिटी और गैस में आराम देता है। यह पाचन अग्नि को संतुलित कर भोजन को बेहतर तरीके से पचाने में मदद करता है।
बालों और त्वचा के लिए वरदान: आंवला बालों को जड़ से मजबूत बनाता है और समय से पहले सफेद होने से रोकने में मददगार है। त्वचा पर इसका असर ग्लो बढ़ाता है और झुर्रियों को कम करने में सहायक है।
हड्डियों और जोड़ों के लिए उपयोगी: आंवले में कैल्शियम और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हड्डियों और जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान कर सकते हैं।
दिल की सेहत में मददगार: यह रक्त में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL)को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL)को बढ़ाने में सहायक है, जिससे हृदय सुरक्षित रहता है।
ब्लड शुगर नियंत्रण: मधुमेह रोगियों के लिए आंवला फायदेमंद माना जाता है। यह रक्त में ग्लूकोज की मात्रा नियंत्रित रखने में मदद करता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाए: आंवले में मौजूद कैरोटीन दृष्टि सुधारने में मदद करता है और आंखों की जलन व कमजोरी को कम करता है।
आंवला कैसे सेवन करें?
कच्चा आंवला: सुबह खाली पेट एक या दो आंवले खाने से अधिकतम लाभ मिलता है। हल्का नमक या चाट मसाला डालकर भी खा सकते हैं।
आंवला रस: 10-20 ml आंवला रस एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से इम्युनिटी बढ़ती है और पेट ठीक रहता है।
आंवला पाउडर: रात को सोने से पहले एक चम्मच आंवला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से पाचन और बालों के लिए लाभकारी होता है।
आंवला मुरब्बा: स्वादिष्ट होने के साथ यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत है। बच्चे और बुजुर्ग आसानी से खा सकते हैं।
आंवला कैंडी: सड़क यात्रा या स्कूल-बैग स्नैक के रूप में लोकप्रिय है। यह खट्टा-मीठा स्वाद देने के साथ सेहत भी बढ़ाती है।
आंवला अचार: भोजन के साथ सेवन से पाचन सुधरता है और स्वाद भी बढ़ता है।
आंवला तेल: बालों के झड़ने, रूसी और उनके कमजोर होने पर आंवला तेल उपयोगी है।
कौन लोग आंवला सावधानी से खाएं?
जिनका पित्त अत्यधिक बढ़ता हो वे सीमित मात्रा में लें। किसी भी स्मोक्ड या तली हुई चीज के तुरंत बाद आंवला न खाएं। सुबह खाली पेट अत्यधिक मात्रा से बचें।आंवला प्रकृति द्वारा दिया गया सबसे शक्तिशाली पौष्टिक फल है, जो शरीर को अंदर से मजबूत, युवा और ऊर्जावान बनाए रखता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे कई रूपों में खाया जा सकता है और हर रूप शरीर को किसी न किसी तरह लाभ पहुंचाता है।