बदलते मौसम में बढ़ा बीमारियों का खतरा, जानिए बचाव के उपाय

by Real Voice News

 

देवास/इंदौर। बारिश का मौसम जहां ठंडक और हरियाली लेकर आता है, वहीं यह बीमारियों की भी सौगात बनता जा रहा है। मौसमी बदलाव के साथ सर्दी-जुकाम, वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया, टायफाइड, पेट संबंधी संक्रमण जैसी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन बीमारियों से बचने के लिए सतर्कता और स्वच्छता ही सबसे बड़ा हथियार है।

 

कौन-कौन सी बीमारियां हैं मौसमी?

वायरल फीवर: गले में खराश, बुखार, थकान, खांसी

सर्दी-जुकाम: तापमान में गिरावट से नाक बंद, छींकें

डेंगू/मलेरिया: मच्छरों के पनपने से वायरल संक्रमण

टायफाइड और हैजा: गंदे पानी या संक्रमित भोजन से फैलने वाले संक्रमण

पेट के रोग: उल्टी, दस्त, फूड पॉइजनिंग

 

बचाव के उपाय-

– साफ-सफाई बनाए रखें

– आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, टंकी, गमलों का पानी रोज बदलें।

– घर के अंदर और बाहर सफाई रखें, मच्छरदानी का प्रयोग करें।

– पानी उबालकर पिएं

– दूषित पानी से पीलिया, टायफाइड जैसी बीमारियां हो सकती हैं।

– RO नहीं है तो पानी को जरूर उबालकर ठंडा करके पिएं।

– सड़क किनारे खाने से बचें

– खुले में बिकने वाला भोजन बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकता है।

– घर का ताजा और गरम भोजन ही खाएं।

– हाथ धोने की आदत डालें

– खाने से पहले और बाहर से आने के बाद हैंडवॉश करें।

– बच्चों को भी इसकी आदत जरूर डालें।

– मच्छरों से बचाव करें

– पूरी बांह के कपड़े पहनें।

– मच्छरदानी लगाएं, मच्छर भगाने वाले स्प्रे या क्रीम का प्रयोग करें।

– इम्युनिटी बढ़ाएं

– मौसमी फल, हरी सब्जियां, हल्दी वाला दूध और तुलसी-अदरक की चाय लें।

– भरपूर नींद लें और तनाव न लें।

– भीगने से बचें

– बारिश में भीगने से सर्दी-जुकाम और वायरल का खतरा रहता है।

– भीगने पर तुरंत सूखे कपड़े पहनें और गर्म पेय लें।

 

क्या करें अगर लक्षण दिखें?

– तेज बुखार या खांसी होने पर घर में न रुकें, नजदीकी अस्पताल में दिखाएं

– डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक न लें

 

विशेषज्ञों का कहना है-

आयुर्वेद डॉ. शिवनंदन वर्मा का कहना है बदलते मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। अगर लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, खुद से दवा लेने से बचें। मौसम का आनंद लें लेकिन सतर्क रहें। छोटी-छोटी सावधानियां बड़ी बीमारियों से बचा सकती हैं। स्वच्छता, संयम और जागरूकता से ही खुद और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।

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