बृहस्पति का वरदान: मूलांक 3 वालों की किस्मत, स्वभाव और करियर का गहरा ज्योतिषीय रहस्य

मूलांक 3 का ज्योतिषीय विश्लेषण

by Real Voice News

(Numerology Number 3)  परिचय:

मूलांक 3 का स्वामी ग्रह बृहस्पति (Guru/Jupiter)है। बृहस्पति ज्ञान, धर्म, शिक्षा और नैतिकता का प्रतीक है। जिनका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ हो, उनका मूलांक 3 होता है।

स्वभाव और व्यक्तित्व: मूलांक 3 वाले लोग बहुत अनुशासित, धार्मिक और ज्ञानप्रिय होते हैं। इनमें नेतृत्व की प्रवृत्ति होती है, लेकिन यह नेतृत्व आत्म-अनुशासन और नैतिकता पर आधारित होता है। ये लोग स्वभाव से गुरु समान होते हैं- सलाह देने वाले, मार्गदर्शक और विद्वान। इनकी सोच बड़ी होती है और ये दूरदर्शी होते हैं।

सकारात्मक गुण:
उच्च विचारों वाले और धर्मपरायण
शिक्षण एवं मार्गदर्शन में निपुण
नेतृत्व क्षमता
ईमानदार, न्यायप्रिय और बुद्धिमान
आत्मसंयमी और व्यवस्थित

नकारात्मक पक्ष:
कभी-कभी दूसरों पर अपने विचार थोपना
कठोर अनुशासनप्रिय होना
अहंकार की भावना
अधिक अपेक्षाएं रखना

करियर और व्यवसाय: मूलांक 3 वाले शिक्षा, प्रशासन, धर्म, दर्शन, कानून, न्यायपालिका और आध्यात्मिक क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करते हैं। ये अच्छे शिक्षक, प्रोफेसर, न्यायधीश, पंडित, राजनेता या गुरु बन सकते हैं। इनकी नेतृत्व शैली इन्हें बड़े पदों पर पहुंचाने में मदद करती है।

स्वास्थ्य: इनकी स्वास्थ्य समस्याएं मुख्य रूप से लिवर, मोटापा, डायबिटीज, और पाचन से जुड़ी हो सकती हैं। खान-पान पर नियंत्रण और नियमित दिनचर्या अपनाना जरूरी होता है।

लकी रंग: पीला, सुनहरा
लकी दिन: गुरुवार
शुभ रत्न: पुखराज (Yellow Sapphire)
शुभ दिशा: उत्तर-पूर्व दिशा

उपाय:
गुरुवार को व्रत रखें और पीले वस्त्र धारण करें।
“ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
विद्यार्थियों को दान करें या जरूरतमंदों की शिक्षा में मदद करें।
बृहस्पति को मजबूत करने के लिए पुखराज धारण करें (जन्मकुंडली अनुसार)।
अहंकार से बचें और ज्ञान को विनम्रता से बांटें।

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य ज्योतिषीय और अंक ज्योतिषीय जानकारी पर आधारित है, जिसका उद्देश्य पाठकों को सामान्य दिशा और जानकारी प्रदान करना है। इसमें दी गई जानकारी किसी व्यक्ति विशेष की व्यक्तिगत कुंडली या स्थिति पर आधारित नहीं है। कृपया किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले योग्य ज्योतिषी या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। यह लेख धार्मिक आस्था या विश्वास पर आधारित है, और इसका उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है।

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